लक्ष्मीनाथ नाग
रविवार को ग्राम गम्हरी के सरस्वती शिशु मंदिर संस्था में तीन दिवसीय जिला स्तरीय भव्य खेलकूद प्रतियोगिता का समापन हुआ। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में नीलकंठ टेकाम विधायक केशकाल विधानसभा क्षेत्र शामिल हुए।
गम्हरी में आयोजित जिला स्तरीय खेलकूद एवं संस्कृति महोत्सव समारोह में कोंडागांव और नारायणपुर जिले के 24 विद्यालयों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में लगभग 500 भैया बहन, 150 संरक्षक भैया-बहन और 35 व्यवस्था आचार्य, दीदी शामिल हुए । बडे़डोंगर विद्यालय के द्वारा मनमोहक प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, जबकि बड़े बेंदरी के ननेमुन्हे बहनों ने सुंदर गीतों की प्रस्तुति दी।
विशिष्ट अतिथि के रूप में तोरण वर्मा अध्यक्ष सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति,, गीतेश पाण्डे जनपद पंचायत सदस्य, केशव ठाकुर ,परदेशी नाग , संगीता पोयाम, अनिता नेताम, जेठूराम मण्डावी, पुरेन्द्र कौशिक, त्रिलोक सार्वा,जीवनदास मानिकपुरी ,उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन समारोह में पहुंचे अतिथियों का संस्था के आचार्य एवं बच्चों ने साल एवं श्री फल भेंट कर स्वागत किया तथा कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती एवं भारत माता के चित्र पर द्वीप प्रज्ज्वलित कर सरस्वती वंदना के साथ किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विधायक निलकंट टेकाम ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर की संस्था बच्चों को शिक्षा के साथ साथ अच्छे संस्कार देने का काम कर रही है। टेकाम ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ साथ मानसिक विकास के लिए खेलकूद अति आवश्यक है, उन्होंने कहा कि यहां के बच्चे अनुशासित व शिष्टाचार का महत्व समझते हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को विद्यालय में बेहतर शिक्षा दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि लक्ष्य निर्धारण, समय प्रबंधन से जीवन में सफलता मिलती है। अभिभावक व शिक्षक के समन्वय से ही शिक्षा का विकास होता है। और कहा कि शासन ने खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए जिले में कई प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में भी अनेकों खिलाड़ी प्रतिभावन हैं।
सभी विजेता छात्रों को मुख्य अतिथि निलकंट टेकाम के द्वारा सभी को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए ट्रॉफी एवं मैडल देकर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत गम्हरी के सरपंच रेखा मरकाम, सरपंच गिरजा पम्हार, हेमन्त कुमार मरकाम,बुधराम कश्यप , दयालु राम कश्यप,दानीराम मरकाम, साधुराम नेताम, नोहरू राम मरकाम,सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।










